हम लाचार हैं… यूक्रेन से अल्मोड़ा की लिपिका चौहान ने कही बात… कई छात्र हैं भूखे प्यासे…सुनाई पीड़ा, बोली हमको कब मिलेगी मदद….. (वीडियो)

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Almora: युद्धग्रस्त देश यूक्रेन में पढ़ाई करने गए उत्तराखंड के कई छात्र छात्राएं फंसे हुए हैं। अल्मोड़ा से यूक्रेन के निप्रो शहर में एमबीबीएस की पढ़ाई करने गई अल्मोड़ा की लिपिका चौहान भी वही हैं। उन्होंने एक वीडियो जारी कर भारत सरकार से मदद मांगी है। अपना दर्द भी बयां किया है।

उन्होंने सजग पहाड़ को मैसेज कर कहा कि वह mbbs की छात्रा हैं जो यूक्रेन के निप्रो में पढ़ रही है। यहां 450 से ज्यादा छात्र रहते हैं। अभी इंटरनेट, बिजली और खाने के इंतजाम हैं। लेकिन उनको सीमा पर ले जाने के लिए अभी कोई व्यवस्था नहीं की गई है।

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अल्मोड़ा की लिपिका चौहान ने सजग पहाड़ को ये मैसेज किया

उन्होंने कहा कि हम पहले से ही पश्चिमी सीमा से बहुत दूर रहते हैं और वहां पहुंचने के लिए कम से कम 2 दिन लगेंगे। कृपया जल्द से जल्द व्यवस्था करें क्योंकि प्रतीक्षा करने से हमारे पास मौजूद संसाधनों की पूरी कमी हो जाएगी। कृपया इस कठिन परिस्थिति में हमारी मदद करें। उन्होंने कहा कि 500 किलोमीटर की दूर कीव और अन्य क्षेत्रो में हालात काफी खराब हैं। यहाँ भारतीय छात्र छात्राओं को सुरक्षा के मद्देनजर बंकरो में रखा गया है। उनके पास खाने और पीने के पानी तक की व्यवस्था नही है।

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अल्मोड़ा नगर के ब्राइट एंड कार्नर निवासी मदन सिंह चौहान की बेटी लिपिका चौहान यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है। वह अभी निप्रो शहर में रह रही है।

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