पहाड़ में दूध का संकट….. ये है वजह….. दुग्ध संघ को भी नहीं मिल पा रहा दूध…..

खबर शेयर करें

अल्मोड़ा न्यूज: इस बार पहाड़ी जिलों में गर्मी बढ़ने के साथ ही दूध का संकट शुरू हो गया है। इसका असर अल्मोड़ा दुग्ध संघ में भी पड़ने लगा है। इस वजह से अल्मोड़ा दुग्ध संघ के लिए लोगों की मांग के हिसाब से दूध का वितरण करना भी चुनौती बना हुआ है। हालांकि चम्पावत से दूध मंगाया जा रहा है। उसके बाद वितरण किया जा रहा है।

दुग्ध संघ के प्रभारी जीएम अरुण नगरकोटी ने बताया कि अल्मोड़ा में 248 और बागेश्वर जिले में 50 दुग्ध समिति हैं। इन समितियों से उनके पास दूध आता है। लेकिन इस बार समितियों से अन्य सालों की तरह दूध नहीं मिल पा रहा है। अभी 11 हजार लीटर दूध की रोज आवश्यकता है। उनको 8 हजार लीटर दूध मिल पा रहा है।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड की महिलाओं को आरक्षण की तैयारी, ये है योजना

लिहाजा वह चम्पावत जिले से दूध मंगा रहे हैं। उन्होंने बताया की पहले पहाड़ी जिलों के गांवों से पर्याप्त दूध मिल जाता था। अबकी बार गर्मी बढ़ने के साथ ही दूध का उत्पादन भी कम हो गया है। उन्होंने कहा की कोरोना संक्रमण के बाद गांवों में बड़ी संख्या में लोग आये हैं। इसलिए गांवों में भी दूध की खपत बढ़ गई है।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड की महिलाओं को आरक्षण की तैयारी, ये है योजना

इसके अलावा शादी समारोह और धार्मिक आयोजनों में भी दूध की खपत बढ़ने से दूध नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने बताया कि लोगों को किसी प्रकार की असुविधा ना हो इसके लिए दुग्ध संघ लगातार बेहतर प्रयास कर रहा है।

लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -

👉 सजग पहाड़ के समाचार ग्रुप से जुड़ने के लिए यहाँ पर क्लिक करें, अन्य लोगों को भी इसको शेयर करें

👉 सजग पहाड़ से फेसबुक पर जुड़ें

👉 अपने क्षेत्र की ख़बरें पाने के लिए हमारे इस नंबर +91 87910 15577 को अपने व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ें! धन्यवाद