सांसद टम्टा पूरी नहीं कर सके 100 साल की आमा की हसरत, अब बुजुर्ग की हो गई मौत
अल्मोड़ा जिले के भैसियाछाना ब्लाक में साल 2019 में शिक्षकों की तैनाती की मांग को लेकर बुजुर्ग महिला ने 6 दिन तक दिया था धरना
धौलछीना। साल 2019 में करीब 98 साल की उम्र में अल्मोड़ा जिले की भैसियाछाना ब्लाक की खष्टी देवी काफी चर्चा में रही। अल्मोड़ा से लेकर देहरादून और दिल्ली तक बुजुर्ग महिला काफी सुर्खियों में रही। वजह थी गांव के स्कूल में शिक्षकों की तैनाती मांग और इंटर की क्लास में नये विषय खोलना। जब गांव में आंदोलन करने लोगों की नेताओं और अफसरों ने नहीं सुनी तो वह खुद धरने में बैठ गई। 6 दिन तक आंदोलन में डटी रही। नतीजा यह हुआ कि सांसद अजय टम्टा ने बुजुर्ग महिला से बात कर गांव के स्कूल में शिक्षकों की तैनाती का भरोसा दिया। इस उम्मीद पर बुजुर्ग आंदोलन से तो पीछे हट गई। उसकी हसरत अब तक पूरी नहीं हो पाई। अब बुजुर्ग महिला की सोमवार रात मौत हो गई। उम्र के 100 साल के पड़ाव के पास पहुँच चुकी इस बुजुर्ग की मौत के बाद गांव में शोक की लहर है। विकास खंड भैसियाछाना के खाटवे गांव की सबसे उम्रदराज महिला की मौत के बाद गांव लोग बेहद दुखी हैं। गांव के लोगों ने बताया कि बुजुर्ग महिला ने साल 2019 में जब राजकीय इंटर कॉलेज में शिक्षकों की तैनाती मांग को लेकर धरना दिया। बुजुर्ग महिला ही उनका हौसला बनी। एक उम्मीद थी की गांव में शिक्षकों की तैनाती होगी। यह अब तक पूरी नहीं हो पाई। क्षेत्र पंचायत सदस्य नवीन दुर्गापाल ने बताया कि कुछ दिन पहले तक खष्टी आमा स्कूल में शिक्षकों की तैनाती की बात करती। उनकी एक हसरत थी कि वह मरने से पहले गांव के स्कूल में शिक्षकों की तैनाती करा दे। ऐसा नहीं हो पाया। उन्होंने बताया कि सांसद अजय टम्टा ने स्कूल में शिक्षकों की तैनाती करने का आश्वासन दिया। इसके बाद ही आंदोलन समाप्त किया गया। लेकिन आज तक स्कूल में शिक्षकों की तैनाती नहीं हो पाई। इसका मलाल गांव के लोगों को भी है। इधर इस मामले में सांसद अजय टम्टा ने बताया कि वह इस मामले कल को बात करेंगे।
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