दलित नेता की हत्या…. जगदीश के पूरे शरीर में चोट के निशान, हड्डियों को तोड़ डाला, उसकी पत्नी को भी मारने की थी योजना, पढ़े पूरी खबर

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अल्मोड़ा न्यूज। अल्मोड़ा जिले के भिकियासैंण में लव मैरिज के बाद दलित नेता की हत्या के मामले में कई सनसनीखेज बातें सामने आ रही हैं। लव मैरिज से नाराज सौतले पिता, भाई और माँ ने पहले अपहरण कर दलित नेता को मौत के घाट उतारा। उसके बाद बेहद क्रूर तरीके से उसको मारा। बताया जाता है मृतक के शरीर में 20 से 25 चोट के निशान हैं। मृतक के छाती, जबड़े, हाथ की कलाई भी तोड़ डाली। डॉक्टरों के मुताबिक अधिक चोट होने की वजह से उसकी जान चली गई हो। पूछताछ में यह बात भी पता चली है कि आरोपी जगदीश की पत्नी को भी मारना चाहते थे। उसकी उन्होंने काफी तलाश की। वह नहीं मिली तो वह जगदीश के शव को ठिकाने लगाने की योजना बना रहे थे। इससे पहले राजस्व पुलिस ने उनको दबोच लिया।

ये है घटना
सल्ट के पनुवाधौखन निवासी जगदीश चंद्र(30) पुत्र केश राम और भिकियासैंण निवासी गीता उर्फ गुड्डी ने बीते 21 अगस्त को अल्मोड़ा के गैराड़ मंदिर में प्रेम विवाह किया था। शादी से पहले गुड्डी अपने सौतेले पिता जोगा सिंह और सौतेले भाई गोविंद सिंह, भावना पत्नी जोगा सिंह के साथ रहती थी। दोनों का प्रेम विवाह गुड्डी के सौतेले भाई और पिता को रास नहीं आया। बीते गुरुवार को जगदीश चंद्र काम के सिलसिले में भिकियासैंण गया था। बताया जाता है यहां पर शाम 5 बजे सेलापानी पुल के पास उसका अपहरण कर लिया। इसके बाद शाम 7 बजे जिला प्रसाशन को घटना की जानकारी मिली। इसके बाद अफसरों ने खोजबीन की। लेकिन रात 10 बजे बेल्ती गांव के पास एक मारुति कार में जगदीश का शव के साथ लड़कीं के सौतेले पिता जोगा सिंह,भाई गोविंद सिंह,पत्नी भावना को गिरफ्तार किया। इसके बाद राजस्व टीम ने तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। एसडीएम शिप्रा जोशी ने बताया कि जहां पर मृतक काम करने जा रहा था। उस ठेकेदार कविता की शिकायत पर तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। बताया जाता है अंतरजातीय विवाह से लड़कीं के घर वाले खुश नहीं थे। मृतक जगदीश चंद्र ने 2022 में सल्ट विधानसभा से उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था। वह प्लंबर का कार्य करता था।

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शादी के बाद से ही था हत्या का डर, इसलिए अल्मोड़ा हुआ शिफ्ट

जगदीश को शादी के बाद से ही हत्या का डर था। उसकी पत्नी को भी इसका अंदेशा था। इसलिए दोनों ने पुलिस से सुरक्षा भी मांगी। लेकिन उनको सुरक्षा नहीं मिल पाई। अल्मोड़ा के गैराड मंदिर में शादी करने के बाद जगदीश और उसकी पत्नी अल्मोड़ा के दुगालखोला में रह रहे थे। बताया जाता जगदीश बीते गुरुवार को उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के नैनीताल में होने वाले सम्मेलन में भाग लेने के लिए जाना था। बताया जाता है वह घर के लिए निकला और परिचितों को बता कर गया कि वह नैनीताल सीधे आएगा।

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एसडीएम शिप्रा जोशी ने बताया कि हत्या के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। मामले की जांच की जा रही है।

ऐसे हुई मुलाकात

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लोगों के मुताबिक जगदीश और गीता की मुलाकात एक साल पहले हुई। जगदीश हर घर जल हर घर नल योजना के तहत प्लम्बर का कार्य करता था। इस दौरान उनकी मुलाकात हुई। ये मुलाकात बाद में प्यार में बदल गई। जब इस बात की जानकारी गीता के सौतेले पिता और भाई को लगी तो उन्होंने इस पर कड़ी नाराजगी जताई थी। उसकी पिटाई भी की। बताया जाता है कि सौतेले पिता और भाई के व्यवहार से परेशान गीता ने जगदीश से विवाह करने का फैसला कर लिया।

घटना की होगी जांच

इस घटना पर अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष मुकेश कुमार बेहद दुख जताया। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जाएगी। दोषीयो को बख्शा नहीं जाएगा।

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