यशवंत हत्याकांड से पुलिस ने उठाया पर्दा, तीन आरोपी गिरफ्तार, यह बताई गई वजह
रुद्रपुर। पुलिस ने थाना पंतनगर क्षेत्र टांडा जंगल में मिले युवक के शव का सनसनीखेज हत्या से पर्दा उठा दिया है। पुलिस ने इस मामले में मुख्य हत्यारोपी जवान समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। हत्याकाण्ड को अंजाम देने वाला मुख्य आरोपी छुट्टी पर घर आया था। पचास हजार के लेन देन को लेकर युवक की चाकू घोंपकर हत्या की थी और शव को अपने भाई व एक अन्य दो साथी के साथ मिलकर टांडा जंगल में फैंक दिया था।
बुधवार को एसपी क्राइम चन्द्रशेखर घोडके, एसपी सिटी मनोज कुमार कत्याल ने खुलासा किया। दोनों अधिकारियों ने बताया कि 24 अगस्त 2023 की दोपहर पंतनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत वन विभाग के कर्मचारियों ने पुलिस को सूचना दी कि संजय वन के पास किसी व्यत्तिफ़ का सड़ा गला शव पड़ा है। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। मृतक की उम्र करीब 30-35 वर्ष है। युवक के सीने में चाकू का घाव था। उन्होंने बताया कि शिनाख्त के प्रयास किये गये, मगर शव की शिनाख्त नही हो पाई। हाईवे पर हुई इस सनसनीखोज नृशंस हत्या के खुलासे के लिए एसएसपी डॉ मंजूनाथ टिसी के निर्देश पर चार टीमों का गठन किया गया। जांच में मे जुटी पुलिस ने 28 अगस्त को मृतक की पहचान युसू उर्फ यशवन्त गौड़ पुत्र हरक सिंह निवासी ग्राम सतबूंगा थाना मुक्तेश्वर के रूप में हुई ।
शिनाख्त होने के बाद मृतक के भाई कमल सिंह गौड़ पुत्र हरक सिंह ने 28 अगस्त को पन्तनगर थाने में तहरीर दी। तहरीर के आधार पर गौरव सिंह व अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बाद आर्मी के जवान गौरव सिंह पुत्र स्व. हिम्मत सिंह बिष्ट निवासी ग्राम व पोस्ट भटेलिया थाना मुत्तफ़ेश्वर जिला नैनीताल, संजय बिष्ट उर्फ संजू पुत्र स्व. हिम्मत सिंह बिष्ट, मुदित हर्ष गौड़ पुत्र प्रकाश गौड़ निवासी सदबूंगा, थाना मुत्तफ़ेश्वर जिला नैनीताल को हत्या में प्रयुक्त कार के साथ टांडा जंगल से गिरफ्तार कर लिया। एसपी क्राइम ने बताया कि पूछताछ में गौरव सिंह बिष्ट ने बताया कि मृतक युसू उर्फ यशवन्त गौड़ ने उसके 50 हजार रुपये देने थे। रुपए मांगने पर उसे मां बहन की गालियां दे रहा था।
यह बात उसे चुभ गयी। इसी के चलते चाकू से मारकर हत्या कर दी और टांडा बैरियर चौकी से करीब आधा किलो मीटर नीचे आकर सडक़ किनारे फेंक दिया। उसकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त चाकू और कपड़े बरामद कर लिये हैं। एसपी क्राईम ने बताया कि मुख्य आरोपी गौरव सिंह सेना में कार्यरत है। वर्तमान में वह पठानकोट में तैनात था। 1 अगस्त को ही वह 45 दिन की छुट्टी लेकर घर आया है। गौरव 2015 में भर्ती हुआ था। सेना में भर्ती होने से पहले 2012 में भी गौरव के खिलाफ पटवारी क्षेत्र में मुकदमा दर्ज हुआ था। उन्होंने बताया कि तीनों को जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है। खुलासा के दौरान सीओ सिटी अनुषा बडोला, पीआरओ भारत सिंह भी मौजूद थे। खुलासा टीम में पंतनगर कोतवाल राजेन्द्र सिंह डांगी, एसआई संजय सिंह, एसआई हेम चन्द्र सिंह ,दिनेश सिंह रावत, कांस्टेबल किशोर गिरी,जीवन भट्ट, योगेन्द्र पटवाल, राजेन्द्र कोरंगा, नवीन नेगी, राजेन्द्र प्रसाद, प्रकाश कोहली, महिला कांस्टेबल मन्जू बुढ़लाकोटी आदि शामिल थे।
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