अल्मोड़ा…. बेहतरीन इंसान थे सचिन, पूरे प्रदेश में शोक की लहर, पढ़े खबर

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अल्मोड़ा। प्राथमिक विद्यालय बस गांव में तैनात शिक्षक सचिन टम्टा की आज सड़क हादसे में मौत हो गई। उनके निधन से पूरे प्रदेश में शोक की लहर है। वह एक शिक्षक के साथ साथ बेहतरीन इंसान थे। सामाजिक कार्यों में भी वह बढ़चढ़ कर हिस्सा लेते थे। लोगों की मदद को वह हमेशा आगे रहते थे। हमेशा खुश रहना भी उनकी आदत में शुमार था।

आज नहीं नहीं जा रहे थे स्कूल

ग्राम प्रधान बसगांव बाला दत्त कांडपाल ने बताया की मंगलवार सुबह उनकी शिक्षक सचिन से बात हुई। उन्होंने बताया की शिक्षक सचिन से उन्होंने कहा की आज मौसम बहुत खराब है। आप छुट्टी ले लो। उनके मुताबिक इस पर सचिन ने हामी भी भरी। लेकिन, इसके बाद वह स्कूल आ गए।

साथी शिक्षक आज नहीं गए स्कूल

ग्राम प्रधान के मुताबिक उनके साथ स्कूल के शिक्षक प्रदीप मेहता भी रोज स्कूल साथ ही आते जाते थे। बताया की स्वास्थ्य खराब होने की वजह से प्रदीप मंगलवार (आज) स्कूल नहीं आये। सचिन अल्मोड़ा से अकेले ही स्कूल आये।

वापसी में लौटते वक्त गांव की महिलाओं की मदद की

ग्राम प्रधान ने बताया की सचिन उनके गांव के स्कूल के शिक्षक ही नहीं उनके गांव के प्रत्येक परिवार के एक सदस्य के रूप थे। वह गांव में हर सुख दुःख में साथ रहते थे। गांव के किसी व्यक्ति का यदि कोई सामान अल्मोड़ा से लाना हो तो वही लाते। गांव के लोग उनसे अपनी दवा, सब्जी सहित अन्य सामान भी एक परिवार के सदस्य के हक से मंगाते। आज भी जब वह स्कूल से अल्मोड़ा को आ रहे थे। उस वक़्त उनकी कार में गांव की हंसी देवी (70) बचुली देवी (70) भी सवार थी। वह पेंशन लेने के लिए कोसी आ रहे थे। उनको वह अपने साथ गाड़ी में ही लाये। गांव से कुछ दूरी पर हादसा हो गया। जिसमें महिलाओं ने गाड़ी से कूदकर अपनी जान बचाई।

नहीं मिल पाई मदद
हादसा कैसे हुआ। इसकी पुष्ट जानकारी नहीं है। लेकिन मौके पर मौजूद लोगों ने बताया की हादसे के बाद सचिन गाड़ी में फस गए। उनको काफी देर बाद बड़ी मुश्किल से निकाला गया। इसके बाद उनको बेस अस्पताल में लाया गया। यहां पर उनको मृत घोषित कर दिया।

हालांकि चर्चा ये भी है की हादसे से पहले सचिन की कुछ तबियत बिगड़ी। उन्होंने गाड़ी को रोकने की कोशिश की। इस दौरान दोनों महिलाएं गाड़ी से कूद गई। सचिन गाड़ी से नहीं निकल पाए। महिलाओं ने सड़क से अन्य गाड़ी वालों को हादसे की जानकारी देने के लिए रोका। तेज बारिश की वजह से किसी ने गाड़ी नहीं रोकी। बाद में महिलाओं ने कटारमल पहुँचने पर घटना की जानकारी दी।(सजग पहाड़ इसकी पुष्टि नहीं करता है)। हादसे की असल वजह जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद स्पष्ट होंगी।

सोमवार शाम विधायक दफ्तर में थे सचिन
विधायक मनोज तिवारी ने शिक्षक सचिन टम्टा के निधन पर गहरा दुःख जताया। उन्होंने कहा कि बीते सोमवार शाम सचिन उनके दफ्तर में कुछ साथियों के साथ बैठे थे। काफी देर तक उनकी बात हुई। उन्होंने सचिन से चाय पीने के लिए कहा। सचिन के कहने पर उन्होंने मट्ठा मंगाई। कई मुद्दों उनकी सचिन से बात हुई।

पत्नी और परिवार का रोरोकर बुरा हाल

शिक्षक सचिन टम्टा यहां टम्टा मोहल्ले में अपने परिवार के साथ रहते थे। उनकी पत्नी शैफाली एलएलबी करने का बाद अल्मोड़ा कोर्ट में प्रैक्टिस करती हैं। कई परीक्षाओं की वह तैयारी भी कर रही हैं। सचिन एक भाई प्रवक्ता दूसरे भाई प्रोफेसर हैं। हादसे की जानकारी मिलने पर परिवार के लोग बेस अस्पताल में आये। सभी का रोरोकर बुरा हाल है। यहां पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत सहित शहर के लोग भी बड़ी संख्या में पहुँचे। सभी ने सचिन के निधन पर शोक जताया। सोशल मीडिया में भी लोग सचिन की मौत पर शोक जता रहे हैं। सचिन साल 2008 से 2013 तक नर्सिंगबाड़ी वार्ड से सभासद भी रहे हैं।

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