क्या हमारी आस्था सिर्फ सोशल मीडिया में कैद हो गई है। आज चार धाम यात्रा बंद है। यहां पर यात्रा...
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( मैंने सोचा ) एक फूल को देखा जब मैने , खिलता हुआ देखा तो लगा , हँसता हो शायद...
तो कौन पढ़ेगा? कवि होकर प्यार नहीं लिखोगे तो कौन पढ़ेगा ? किससे हुआ इकरार नहीं लिखोगे तो कौन पढ़ेगा?...