स्कूलों में भोजनमाताओं को रखने को लेकर जारी हुआ यह आदेश, आंदोलन की चेतावनी

Sajag Pahad (सजग पहाड़), Almora
खबर शेयर करें

पिथौरागढ़। प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण के तहत भोजन माता के रूप में मूलतः विद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं की माताओं को रखे जाने की व्यवस्था के आदेश से भोजनमाताओं में आक्रोश व्याप्त है। उन्होंने भूख हड़ताल की चेतावनी दी है।

समग्र शिक्षा उत्तराखंड के अपर राज्य परियोजना निदेशक डाॅ मुकुल कुमार सती की ओर से 31 जनवरी को भोजनमाताओं को लेकर आदेश जारी किया गया है। जिसमें कहा गया है कि महिलाओं में मातृत्व का भाव होता है। जिस कारण उनसे अपेक्षा की जाती है कि वह उसी भाव से छात्र-छात्राओं को भोजन पकाने और परोसने का काम करेंगी।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड: यहां नाइट हाउस पार्टी, 40 लड़के और 17 लड़कियां हिरासत में

कहा गया है कि विद्यालयों में भोजनमाता के रूप में ऐसी महिलाएं कार्यरत हैं, जिनके पाल्य विद्यालय में अध्ययनरत नहीं है। ऐसी स्थिति में उनमें योजना के मूल भावना के प्रति अपेक्षित स्तर की संवेदनशीलता प्रभावित होने का भय रहता है। ऐसी स्थिति में जिला, शिक्षा अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। इधर इस आदेश का भोजन माताएं विरोध कर रही हैं। जिलाध्यक्ष जानकी भंडारी का कहना है कि इस निर्णय के विरोध में भूख हड़ताल में बैठने का फैसला लिया जाएगा।

लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -

👉 सजग पहाड़ के समाचार ग्रुप से जुड़ने के लिए यहाँ पर क्लिक करें, अन्य लोगों को भी इसको शेयर करें

👉 सजग पहाड़ से फेसबुक पर जुड़ें

👉 अपने क्षेत्र की ख़बरें पाने के लिए हमारे इस नंबर +91 87910 15577 को अपने व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ें! धन्यवाद