हल्द्वानी की भौगोलिक परिस्थितियां अलग, रेरा और प्राधिकरण नहीं होगा बर्दाश्त

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हल्द्वानी। रेरा और विकास प्राधिकरण के विरोध में शुक्रवार को प्रॉपर्टी डीलर और किसान एक बार फिर सड़क पर उतरे। उन्होंने इस कानून का विरोध करते हुए प्रशासन के प्रति आक्रोश जताया। इसके चलते पुलिस-प्रशासन चौकस रहा।

गौरतलब है कि जिलाधिकारी की ओर से भू संपदा नियामक प्राधिकरण (रेरा) के आधार पर कानून लागू करने की बात कही गई है। इस कानून के लागू होने से नियम के अनुसार भूखंड में प्लाटिंग करनी पड़ेगी। इस कानून के विरोध में पूर्व में गौलापार के ग्रामीण सड़क पर उतरे। इसके बाद प्रशासन को स्थिति स्पष्ट करनी पड़ी। कहा गया कि किसानों पर इस नियम का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। यह नियम नई काॅलोनियों के लिए लागू रहेगा। इससे कार्लोनाइजरों की मनमानी पर रोक लगेगी। इस कानून को लागू करने का प्रॉपर्टी डीलर और कुछ किसान विरोध कर रहे हैं।

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इसके तहत शुक्रवार को भी वह सड़क पर उतर आए। बुद्ध पार्क में एकत्रित हुए किसानों ने प्रशासन पर तानाशाही का आरोप लगाया और जमकर प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि हल्द्वानी की भौगोलिक स्थिति कुछ अलग हैं, ऐसे में यहां पर रैरा एवं प्राधिकरण के लागू नही किया जा सकता। लेकिन प्रशासन अपनी मनमानी चला रहा है। इस कानून को यहां का किसान और जमीन से जुड़ा व्यवसायी नहीं मानेगा। इस ‌बीच प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस-प्रशासन चौकस रहा। सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, एसडीएम प्रतितोष वर्मा, सीओ भूपेंद्र धौनी, सीओ लालकुआं संगीता, कोतवाल हरेन्द्र चौधरी समेत बड़ी संख्या में पुलिस बल प्रदर्शन स्थल पर तैनात रहा।

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