अल्मोड़ा से डीडीहाट की पैदल दूरी तय करने वाले हरि किशन साह का 97 साल की उम्र में निधन

खबर शेयर करें

अल्मोड़ा। उत्तराखंड साइकिलिस्ट एसोसिएशन से जुड़े और ट्रैकर भरत साह के पिता हरि किशन साह का निधन हो गया। वह 97 साल के थे। उनके निधन पर लोगों ने शोक जताया है। अभी वह ब्राइट एंड कार्नर में अपने आवास में परिवार के साथ रहते थे।

29 जुलाई 1927 को अल्मोड़ा में हरि किशन शाह का जन्म हुआ। उनकी प्रारंभिक शिक्षा जीआईसी अल्मोड़ा में हुई। उच्च शिक्षा यानी बीएससी लखनऊ और एमएससी बॉटनी इलाहाबाद विश्वविद्यालय में सन 1953 में पूरी की। इसके बाद उन्होंने 1972 में पिथौरागढ़ जिले के नारायण नगर इंटरमीडिएट कॉलेज से अध्यापन कार्य शुरू किया। जहां उस वक्त तीन दिन में अल्मोड़ा से पैदल जाना होता था। फिर राजकीय इंटर कॉलेज जहरी खाल गढ़वाल में प्रवक्ता पद पर सेवा दी।

यह भी पढ़ें 👉  मुख्यमंत्री के कड़े निर्देश- वनों की आग बुझने तक वन अ‌फसरों के अवकाश रद्द

गढ़वाल और कुमाऊं मंडल में 8 साल प्रधानाचार्य के पद पर कार्य किया। बुंदेलखंड में विज्ञान प्रगति अधिकारी रहे। राज्य विज्ञान शिक्षण संस्थान उत्तर प्रदेश इलाहाबाद में वरिष्ठ प्रोफेसर वनस्पति विज्ञान के पद पर कार्य किया। सेवानिवृत होने के बाद वह अपने पैतृक स्थान अल्मोड़ा आ गए और सामाजिक कार्यों में जुड़ गए। बीते बुधवार के तड़के उनका निधन हो गया। देर शाम उनका विश्वनाथ घाट में अंतिम संस्कार किया गया।

यह भी पढ़ें 👉  बहन से छेड़छाड़ का विरोध कर रहे भाई पर मनचलों ने बोला हमला, दो गिरफ्तार

स्वर्गीय साह स्वामी विवेकानंद से काफी प्रभावित थे। वहीं स्वर्गीय साह लोगों को लंबे जीवन जीने के लिए सलाह देते थे की वह पानी का अत्यधिक सेवन करें। पैदल चले और दिनचर्या नियमित रखें।

लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -

👉 सजग पहाड़ के समाचार ग्रुप से जुड़ने के लिए यहाँ पर क्लिक करें, अन्य लोगों को भी इसको शेयर करें

👉 सजग पहाड़ से फेसबुक पर जुड़ें

👉 अपने क्षेत्र की ख़बरें पाने के लिए हमारे इस नंबर +91 87910 15577 को अपने व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ें! धन्यवाद