उत्तराखंड: वंदना कटारिया की प्रतिभा को आगे लाने में अल्मोड़ा के पंकज टम्टा की भी अहम भूमिका, पंकज का ‘आशीर्वाद’ वंदना का ऐसे आया काम……
Almora: टोक्यो ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करने उत्तराखंड की बेटी हॉकी स्टार वंदना कटारिया की प्रतिभा को आगे लाने में अल्मोड़ा के खेल प्रशिक्षक पंकज टम्टा की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही। पंकज ने साल 2003 में ही वंदना की प्रतिभा को पहचान लिया। साथ ही वंदना को ओलंपिक में देश के लिए खेलने और पदक लाने का आशीर्वाद भी दिया। तब पंकज ने वंदना का खेल देख राज्य की टीम के लिए उनका चयन भी किया।
अभी राजकीय इंटर कॉलेज बमनस्वाल में शिक्षक पंकज टम्टा शिक्षा विभाग की प्रादेशिक हॉकी प्रतियोगिता की राज्य स्तरीय टीम के चयन के लिए चयन कर्ता के तौर पर साल 2003 में हरिद्वार गए। यहां ट्रायल में वंदना कटरिया भी एक खिलाड़ी के तौर पर शामिल रही।
शिक्षक पंकज टम्टा ने बताया कि वंदना अपने गेम के प्रति बेहद गंभीर रहती। टीम में चयन से पहले भी वह अपने खेल के बारे में बाहर से आये कोच से जानकारी लेती। उसका खेलने का एक अलग अंदाज है। इसलिये उस वक्त उसका चयन राज्य की सब जूनियर हॉकी टीम में किया गया। इसके बाद वंदना उत्तर प्रदेश में खेलने गई।
पंकज ने बताया कि वंदना का जब राज्य की टीम में चयन हुआ। उसके बाद वह उनके पास आई। उनसे खेल में सुधार कैसे किया जाय। इस बारे में बात की। उन्होंने बताया कि वंदना को जो टिप्स उन्होंने उस वक़्त दिए। वह उसके बेहद काम आए। उन्होंने बताया कि वंदना के शानदार प्रदर्शन से वह बेहद खुश हैं। वंदना हमारे प्रदेश की खिलाड़ियों के लिए नजीर है।
पंकज ने बताया कि उस वक्त ऑफिशियल में नरेश देवरानी, धीरू रावत थे। उस समय स्टेडियम कोटद्वार में जिला क्रीड़ा अधिकारी जैन, अपर निदेशक पौड़ी एसके शर्की,हॉकी कोच एनएस बिष्ट,बॉक्सिंग कोच देवेंद्र भट्ट ने खिलाड़ियों को सम्मानित भी किया था। प्रतियोगिता में उस समय भूपाल सिंह चुफाल, अनीता बिष्ट ,पुष्पा कार्की, बिमला रावत,भागीरथी घिल्डियाल भी शामिल रही।
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बहुत सुन्दर समाचार . एक सफल पारखी को सामने लाने हेतु धन्यवाद . पंकज जी को इसी प्रकार काम कर देश को खेल रत्न दिलवाते रहने की अपील है .