अल्मोड़ा: यूक्रेन तो जाना ही पड़ेगा, पढ़ाई जो पूरी करनी है, फिर नौकरी इंडिया में… यूक्रेन के बारे में लिपिका चौहान ने ये बताया…… पढ़े खबर (वीडियो)

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Almora न्यूज। यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई करने गई almora की लिपिका चौहान आज almora अपने घर पहुँच गई है। यहां पहुँचने पर वह बेहद खुश नजर आई। उनका परिजनों ने जोरदार स्वागत किया। माँ और पिता दोनों अपनी बेटी के गले लग गए। दोनों ने भारत सरकार का भी धन्यवाद किया।

शाम करीब 7 बजे लिपिका चौहान का पिता मदन चौहान माँ मुन्नी देवी ने स्वागत किया। आसपास के लोगों ने भी लिपिका का स्वागत किया। लिपिका ने बताया कि अपने घर मे आने के बाद उनको बेहद अच्छा लग रहा है। कहा कि जब रूस और यूक्रेन की बीच युद्ध शुरू हुआ तब से छात्र बेहद चिंता में आ गए। उनके साथ 15 छात्र थे, सभी बेहद चिंता में थे। लिपिका ने बताया कि वह 4 दिन बंकर में रहे। कई बार उनकी जान आफत में पड़ गई। उन्होंने बताया कि वह एक मार्च को यूक्रेन से रोमानिया बार्डर में आई । 5 मार्च को अल्मोड़ा आई। युद्ध शुरू होने के बाद वहां पर करेंसी का भी संकट हो गया था। जो करेंसी उनको उपलब्ध हो पाई। उससे उन्होंने 2 ब्रेड के पैकेट खरीदे। यह तीन दिन तक खाये। ब्रेड में फफूद जम गई। ऐसे ही ब्रेड खाई।

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यूक्रेन के सैनिकों से डर गई

बताया जब वह रोमानिया बॉर्डर को आई। इस दौरान यूक्रेन के सैनिकों ने उनके वाहन को रोका। उनके दस्तावेज देखें। उनके पासपोर्ट में उनकी फोटो नहीं मिल पाई। इस वजह से यूक्रेन के हथियार से लैस सैनिक उनके पास आ गए। उनकी जान आफत में पड़ गई। उन्होंने बताया कि जिस गाड़ी में भारत के झंडे लगे हुए थे। उनको जबरन परेसान नहीं किया जा रहा था। लेकिन चैकिंग सभी गाड़ियों की की जा रही थी।

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मैं इसलिए गई यूक्रेन…..

लिपिका ने बताया कि वह इंडिया में ही पढ़ाई करना चाहती थी। यहां पर फीस बेहद अधिक है। इस वजह से वह यूक्रेन में पढ़ाई के लिए गई। वहां पर फीस बेहद कम है। पढ़ाई भी बहुत अच्छी है।

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यूक्रेन तो जाना ही पड़ेगा
लिपिका ने कहा कि अभी उसकी पढ़ाई 2 साल हुई है। 6 साल की उसकी मेडिकल की पढ़ाई है। कहा कि पढ़ाई के लिए तो यूक्रेन जाना ही पड़ेगा। अभी ऑनलाइन क्लास से पढ़ाई होगी। युद्ध विराम पर वह वापस यूक्रेन जाएंगी। उन्होंने बताया कि डिग्री मिलने के बाद वह कुछ टाइम इंडिया में नौकरी करेंगी। इसके बाद विदेश में नौकरी करेंगी। उल्लेखनीय है कि यहां ब्राइट एंड कार्नर निवासी मदन चौहान की बेटी लिपिका यूक्रेन में पढ़ाई के लिए गई थी।

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