अल्मोड़ा के संतोष पंत को बड़ी जिम्मेदारी मिली

अल्मोड़ा: वन विभाग के सहायक वन संरक्षक सितारगंज संतोष कुमार पंत को पदोन्नत कर प्रभारी प्रभागीय वन अधिकारी (DFO) भूमि संरक्षण वन प्रभाग बनाया गया है।
संतोष पंत वर्ष 2014 में पुलिस विभाग से उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास कर वन विभाग में रेंजर पद पर नियुक्त हुए थे। वर्ष 2022 में उन्हें सहायक वन संरक्षक (ACF) के पद पर पदोन्नत किया गया। पुलिस विभाग में रहते हुए नंदा राज जात यात्रा के सकुशल संपादन में उनके योगदान के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित किया गया था।
वन्य जीव संरक्षण में विशेष उपलब्धियों के लिए उन्हें 2020 और 2022 में प्रमुख वन संरक्षक (वन्य जीव) तथा वर्ष 2024 में राज्यपाल उत्तराखंड द्वारा सम्मान से अलंकृत किया जा चुका है।
वन क्षेत्राधिकारी के रूप में तराई पश्चिमी वन प्रभाग की संवेदनशील बेलपड़ाव और रामनगर रेंज में रहते हुए पंत ने अवैध खनन पर प्रभावी अंकुश लगाया। इस दौरान उन्होंने 26 से अधिक बाघ/गुलदार रेस्क्यू ऑपरेशन का नेतृत्व किया। एसडीओ रहते हुए तराई पूर्वी वन प्रभाग में जुलाई 2023 में बाघ की खाल व हड्डियों की तस्करी करने वाले उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश के कुल 10 आरोपियों को गिरफ्तार करने में भी उनकी बड़ी भूमिका रही।
वर्तमान में चीनाखान अल्मोड़ा में रहने वाले और मूल रूप से बेरीनाग, पिथौरागढ़ निवासी पंत ने प्रारंभिक शिक्षा अल्मोड़ा से प्राप्त की। वह सोबन सिंह जीना परिसर, अल्मोड़ा से गणित में स्नातकोत्तर एवं शिक्षा शास्त्र में स्नातक हैं। उनके पिता लोक निर्माण विभाग से वर्क इंचार्ज पद पर सेवानिवृत्त हुए, जबकि माता गृहिणी हैं। उनकी पत्नी राधा संतोष पंत सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर हैं।
अपनी सफलता का श्रेय पंत ने अपने माता-पिता, पत्नी, दो पुत्रों, वन मंत्री, विभागीय अधिकारियों व साथी मित्रों को दिया है।
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