ये है अल्मोड़ा जिले का हाल, दो अस्पतालों से रेफर गर्भवती महिला ने गाड़ी में दिया बच्चे को जन्म…….

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अल्मोड़ा। उत्तराखंड में अल्मोड़ा जिले का अपना खास महत्व है। यहां के लोगों ने भी हर क्षेत्र में अपनी एक खास पहचान बनाई है। चाहे राजनीति हो या अफसर। यहां के लोग हर जगह प्रतिनिधित्व करते हैं। आज भी इस जिले से केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री, उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री और विधान सभा उपाध्यक्ष भी इस जिले से ही आते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का गांव भी इस जिले में है। इन सबके बाद भी जिले में स्वास्थ्य सुविधाएं ठीक नहीं हो पाई हैं। इस वजह से कई बार लोगों की जान आफत में पड़ जाती है। ऐसा ही एक मामला यहां फिर सामने आया। प्रसव पीड़ा से कराह रही महिला को एक अस्पताल से दूसरे और दूसरे अस्पताल से हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। इसके बाद प्रसव से कराह रही महिला ने रास्ते में गाड़ी में ही बच्चे को जन्म दे दिया। द्वाराहाट ब्लॉक के छतगुल्ला गांव के किशन राम की पत्नी को दोपहर तीन बजे प्रसव पीड़ा हुई। परिजन उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र द्वाराहाट लाये। बताया जाता है यहां से उसे रानीखेत अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। यहां से भी डॉक्टरों ने जांच कर महिला को हल्द्वानी रेफर कर दिया। अस्पताल से केवल सात किमी दूर पिलखोली के पास प्रसव से कराह रही महिला ने वाहन में ही बच्चे को जन्म दे दिया। बाद में खैरना अस्पताल में महिला और नवजात को भर्ती किया गया। इससे पहाड़ में एक बार फिर स्वास्थ्य सुविधाओं की पोल खुल गई। ईड़ा क्षेत्र की जिला पंचायत सदस्य अंजू जोशी ने कहा कि अस्पतालों की ओर से की जा रही इस तरह की लापरवाही ठीक नही है। इधर लोग सवाल उठा रहे हैं कि जब वाहन में सामान्य प्रसव हो सकता है तो अस्पताल में कैसे प्रसव नहीं कराया गया। लोगों ने ऐसे डॉक्टर और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

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