सराहनीय: 7 निराश्रित बच्चें करेंगे मेडिकल, आईटी और एकाउंट की पढ़ाई, ऐसे किया गया चयन……….
अल्मोड़ा। नेशनल हार्ट इंस्टीट्यूट नई दिल्ली के सहयोग से उत्तरायण फाउण्डेशन ने उत्तराखण्ड में निराश्रित और प्रभावित बच्चों को जीवन सहयोग निधि देने के लिए नई दिल्ली बुला लिया है। गुरुवार को बाल कल्याण समिति और बालिका निकेतन के अधिकारियों ने विधिवत् बच्चों को दिल्ली नेशनल हार्ट इंस्टीट्यूट पहुंचा दिया है। दिल्ली पहुंचकर बच्चे अत्यधिक उत्साहित हैं।
अपने सामाजिक कार्यों की श्रंखला में उत्तराखण्ड फाउण्डेशन ने उत्तराखण्ड में कोविड काल में निर्धन, सामाजिक कारणों से प्रभावित बच्चों को गोद लेने की योजना बनाई। अमन संस्था के प्रयासों से बाल कल्याण समिति व महिला एवं बाल विकास विभाग के सहयोग से इस प्रकार के बच्चों का चयन किया गया। लंबी कवायद के राज्य सरकार के विभिन्न संस्थानों की अनुमति के बाद लगभग 10 बच्चों को प्रथम फेज में चयन किया गया।
बालिका निकेतन से वयस्क हो चुके 10 बच्चों को दिल्ली भेजने के निर्णय लिया गया। बाल कल्याण समिति की नीलिमा भटट ने बताया कि बाल विकास अधिकारी के साथ स्वयं उन्होंने दिल्ली जाकर बच्चों की व्यवस्था का जायजा लिया। नेशनल हार्ट इंस्टटीयूट की व्यवस्था व योजनाओं से संतुष्ट होकर बच्चों को उन्हें सौंपने का निर्णय लिया। इसके लिए बच्चों से विशेष काउंसलिंग भी की गई। उत्तरायण फाण्डेशन ने इस बच्चों की शिक्षा के साथ उन्हें दिल्ली में रखकर चिकित्सा आदि क्षेत्रों में कौशल विकास कर रोजगार देने की योजना बनाई है।
अमन प्रमुख रघु तिवारी ने बताया कि बाल कल्याण समिति सहित अन्य संस्थाएं निरंतर बच्चों से संपर्क बनाए रखेगी और समय समय पर उनके परिजनों से भी उनका मिलाप कराएंगी। बच्चे दिल्ली पहुंचकर अत्यधिक उत्साहित हैं और वहां के परिवेश के अनुरूप उनके व्यक्तिगत विकास के बाद उनकी शिक्षा और कौशल विकास की योजना बनाई गई है। उन्होंने बताया कि बीते 6 महीनों के प्रयासों के बाद यह संभव हो पाया। यह प्रयास बालिकाओं के कौशल विकास, पुर्नवास एवं सामाजिक पुर्नएकीकरण(समाज की मुख्य धारा के साथ जोड़ने) के मार्ग को प्रशस्त करेगा।
नेशनल हार्ट इंस्टीट्यूट के प्रमुख डॉ ओपी यादव ने स्वयं अल्मोड़ा आकर इन बच्चों से मुलाकात की। उन्हें भरोसा दिलाया कि फाउण्डेशन इस बच्चों को सशक्त बनाकर समाज की मुख्य धारा में सम्मानजनक स्थान दिलाएगा। फिलहाल 7 बच्चे बुधवार को दिल्ली पहुंच गए हैं। अपनी आगामी परीक्षा के बाद अन्य बच्चे भी वहां जाएंगे।
प्रदेश में किसी संस्था द्वारा कोविड काल में सीधे बच्चों को मदद पहुंचाने का यह पहला प्रयास है। जिला बाल संरक्षण अधिकारी राजीव नयन, अमन प्रमुख रघु तिवारी, बाल कल्याण समिति की नीलिमा भटट, व प्रशांत जोशी, अधीक्षिका मंजू उपाध्याय सहित सभी ने उत्तरायण फाण्डेशन अध्यक्ष डॉ ओपी यादव व महासचिव महिपाल यादव का आभार जताया है।
उत्तरायण फेथ फाउंडेशन के सचिव महिपाल सिंह पिलख्वाल ने बताया कि कोविड काल से ही संस्था लगातार लोगों की मदद कर रही है। जरूरतमंद परिवारों तक पहुंच कर करीब 3 लाख रुपये की सीधी मदद फाउंउेशन की ओर से की गई है। उन्होंने कहा कि 7 बच्चे दिल्ली पहुंच गए हैं। फिलहाल इनको व्यक्तित्व विकास का प्रशिक्षण देते हुए रूचि के लअनुसार उन्हें मेडिकल, आईटी, एकाउंट आदि का प्रशिक्षण कोर्स में प्रवेश दिलाया जाएगा। प्रशिक्षण की अवधि में नेशनल हार्ट इंस्टीट्यूट उन्हें मानदेय भी दिया जाएगा।
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